28 फरवरी 2025 की तड़के सुबह, नेपाल में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने देश के विभिन्न हिस्सों को हिला दिया। भूकंप का केंद्र बागमती प्रांत में था, और इसके झटके बिहार, भारत के कई जिलों में भी महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
भूकंप का विवरण
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप सुबह 2:36 बजे (IST) आया, जिसका केंद्र नेपाल के बागमती प्रांत में था। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जो सतह के करीब होने के कारण झटके अधिक तीव्र महसूस हुए। बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, और आसपास के क्षेत्रों में भी लोग झटकों से जाग गए और घरों से बाहर निकल आए।
नेपाल का भूकंपीय इतिहास
नेपाल भूकंपीय दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है। 2015 में, 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 9,000 से अधिक लोग मारे गए और लाखों इमारतें नष्ट हो गईं। इस इतिहास को देखते हुए, मध्यम तीव्रता के भूकंप भी लोगों में चिंता का कारण बनते हैं।
भूकंप के प्रभाव और प्रतिक्रिया
हालांकि इस भूकंप से किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन लोग डर के कारण घरों से बाहर निकल आए। नेपाल और बिहार दोनों ही क्षेत्रों में प्रशासन ने सतर्कता बरती और आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखा। स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर लोग अपने अनुभव साझा कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि झटके कितने व्यापक थे।
भूकंप के दौरान सुरक्षा उपाय
भूकंप के दौरान निम्नलिखित सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए:
- अंदर रहें: यदि आप किसी इमारत के अंदर हैं, तो वहीं रहें। किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छुपें और सिर तथा गर्दन की सुरक्षा करें।
- बाहर रहें: यदि आप बाहर हैं, तो इमारतों, पेड़ों, और बिजली के खंभों से दूर खुले क्षेत्र में रहें।
- वाहन में रहें: यदि आप वाहन चला रहे हैं, तो सुरक्षित स्थान पर रुकें और वाहन के अंदर ही रहें।
- सतर्क रहें: भूकंप के बाद आने वाले आफ्टरशॉक्स के लिए तैयार रहें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष
नेपाल में आए इस 5.5 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता की याद दिलाई है। हालांकि इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह आवश्यक है कि लोग भूकंप के दौरान और बाद में उचित सुरक्षा उपायों का पालन करें और सतर्क रहें।नेपाल में 5.5 तीव्रता का भूकंप




