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बॉयफ्रेंड को करंट देकर महसूस कराया लेबर पेन: विज्ञान, सामाजिक पहलू और चर्चा
परिचय दुनिया में हर महिला जो माँ बनती है, वह प्रसव पीड़ा (लेबर पेन) के दर्द को सहती है। यह दर्द कितना तीव्र और असहनीय होता है, इसका अंदाजा पुरुष नहीं लगा सकते। हाल ही में एक अनोखी घटना सामने आई, जिसमें एक महिला ने अपने बॉयफ्रेंड को इलेक्ट्रिक शॉक (करंट) देकर लेबर पेन का अनुभव कराया। यह प्रयोग सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों के बीच तीव्र चर्चा का विषय बन गया।
क्या था पूरा मामला? यह घटना तब सामने आई जब एक महिला ने अपने बॉयफ्रेंड को यह महसूस कराने की कोशिश की कि प्रसव पीड़ा असल में कैसी होती है। इसके लिए उसने इलेक्ट्रिक स्टिमुलेशन तकनीक का उपयोग किया, जो मांसपेशियों को संकुचित कर सकती है और लेबर पेन जैसा दर्द पैदा कर सकती है।
इस प्रयोग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें देखा गया कि बॉयफ्रेंड दर्द से कराह रहा था और उसने स्वीकार किया कि लेबर पेन को सहना बहुत कठिन है।
इलेक्ट्रिक स्टिमुलेशन तकनीक क्या है? यह तकनीक ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन (TENS) मशीन पर आधारित होती है। इसमें हल्का करंट शरीर में भेजा जाता है, जिससे मांसपेशियों में संकुचन होता है और दर्द का अनुभव होता है। डॉक्टर इस तकनीक का उपयोग फिजियोथेरेपी और दर्द प्रबंधन में करते हैं, लेकिन इसका उपयोग लेबर पेन को महसूस कराने के लिए भी किया जा सकता है।
प्रसव पीड़ा: एक अविश्वसनीय दर्द लेबर पेन दुनिया के सबसे तीव्र और असहनीय दर्दों में से एक माना जाता है। इसका अनुभव तब होता है जब महिला का शरीर बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार होता है। यह दर्द कई घंटों तक चल सकता है और इसमें अत्यधिक पीड़ा होती है।
कुछ डॉक्टरों और शोधकर्ताओं के अनुसार, लेबर पेन की तीव्रता इतनी अधिक होती है कि इसे मानव शरीर की सबसे दर्दनाक प्रक्रियाओं में से एक माना जाता है। कुछ विशेषज्ञ इसे 20 हड्डियों के एक साथ टूटने के बराबर बताते हैं।
क्या पुरुष इस दर्द को सह सकते हैं? चूँकि पुरुषों के शरीर की बनावट अलग होती है, वे प्राकृतिक रूप से प्रसव पीड़ा का अनुभव नहीं कर सकते। हालाँकि, इलेक्ट्रिक स्टिमुलेशन तकनीक के माध्यम से पुरुषों को इस दर्द का अनुभव कराया जा सकता है।
पिछले कुछ वर्षों में कई पुरुषों ने इस तकनीक को आज़माया है, और उनमें से अधिकतर ने स्वीकार किया कि यह दर्द असहनीय था। यहाँ तक कि कुछ पुरुषों ने कुछ मिनटों के भीतर ही इसे बंद करने की गुहार लगा दी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ जब इस घटना का वीडियो वायरल हुआ, तो लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ सामने आईं।
- कुछ लोगों ने इसे महिलाओं की पीड़ा को समझने का सही तरीका बताया।
- कुछ ने इसे अनावश्यक और क्रूर प्रयोग करार दिया।
- कुछ ने सुझाव दिया कि पुरुषों को इस दर्द को महसूस करने के बजाय महिलाओं की अधिक सहायता करनी चाहिए।
क्या यह प्रयोग सही था? इस घटना को लेकर बहस छिड़ गई कि क्या पुरुषों को लेबर पेन का अनुभव कराना सही है? कुछ लोगों का मानना है कि इससे पुरुष महिलाओं की तकलीफों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं, जबकि अन्य लोगों का कहना है कि प्राकृतिक प्रक्रियाओं को जबरदस्ती अनुभव कराना सही नहीं है।
निष्कर्ष यह घटना एक महत्वपूर्ण चर्चा की ओर इशारा करती है कि महिलाओं को प्रसव के दौरान किन कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। हालाँकि, इस तरह के प्रयोग जरूरी नहीं कि समाज में कोई बड़ा बदलाव लाएँ, लेकिन वे निश्चित रूप से जागरूकता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुरुषों को चाहिए कि वे महिलाओं की प्रसव पीड़ा को समझें और उन्हें हर संभव सहारा दें, चाहे वह भावनात्मक हो या शारीरिक सहायता।




