माहा कुंभ भारत की संस्कृतिक और धार्मिक संस्कृति का एक अत्यंत महापर्व समागम है। यह प्रत्येक बर हार बर्स बहुत महत्ववानियों के लिए आयोजित किया जाता है।
माहा कुंभ प्रत्येक 12 वर्षों में एक बार होता है। यह चार धार्मिक स्थलों – प्रयाग्राज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में कुम्भ मेलाया जाता है। यह सामुह जब सूर्य ग्रह, यमुना और मानव में योग बनते हैं, तब कुंभ का आयोजन किया जाता है।
माहा कुंभ में संतु की भावया है कि गंगा में स्नान करने से पूर्व पाप के सभी पाप सिफल हो जाता है। इस कुंभ की विशेषता के कारण संत से कोटि-कोटि साधु योगियों, साधुओं और महांतों का जुनावर होता है।
माहा कुंभ के दौरान सरकारि के बड़े सांख्य सामेलित होती है। कुंभ के मौके में और अधिक कार्यक्रमों का विस्तार किया जाता है। किसी से माना जा रहा है कि माहा कुंभ 2025 में यात्रा देश विदेश से लाखों का संग्रह होगा।




