Saturday, December 13, 2025
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस दौरा: भारत-मॉरीशस संबंधों में नई ऊँचाइयाँ

आरती कश्यप

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 में अपने मॉरीशस दौरे के दौरान द्वीप राष्ट्र के साथ भारत के कूटनीतिक और आर्थिक रिश्तों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ सांस्कृतिक संबंधों में भी नए आयाम जोड़े। यह यात्रा मॉरीशस और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संवाद को और मजबूत करने का अवसर था, बल्कि यह भारत और मॉरीशस के लोगों के बीच दोस्ती और भाईचारे को भी नई ऊँचाइयाँ देने का एक महत्वपूर्ण क्षण था।

1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस आगमन भारतीय समयानुसार 10 मार्च 2025 को हुआ। उनका स्वागत मॉरीशस के प्रधानमंत्री, सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों ने किया। एक विशेष स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री का पारंपरिक मॉरीशस अंदाज में स्वागत किया गया। इस अवसर पर, मोदी को मॉरीशस की सड़कों पर विशेष रूप से तैयार एक जुलूस के माध्यम से उनके सम्मान में सम्मानित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच और भी करीबी रिश्तों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। मॉरीशस की 1.3 मिलियन की भारतीय मूल की जनसंख्या और भारत के बीच पारंपरिक और सांस्कृतिक रिश्तों को ध्यान में रखते हुए, इस यात्रा का अत्यधिक महत्व था। मोदी के इस दौरे ने द्वीप राष्ट्र में भारतीय समुदाय को एक नई उम्मीद दी और द्विपक्षीय संबंधों को एक नए मुकाम पर पहुँचाया।

2. कूटनीतिक संबंधों की मजबूती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा भारत और मॉरीशस के कूटनीतिक संबंधों को और अधिक मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय चर्चाएँ हुईं, जिनमें व्यापार, निवेश, सुरक्षा, और सांस्कृतिक मामलों पर गहन चर्चा की गई। मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत मॉरीशस को अपने करीबी मित्र और साझेदार के रूप में देखता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत मॉरीशस के आर्थिक विकास में सहयोग करने के लिए तैयार है।

द्विपक्षीय व्यापार में बढ़ोतरी, आर्थिक सहयोग और सुरक्षा मामलों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय कूटनीतिक संवाद ने भारत और मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया। मोदी ने कहा कि भारत, मॉरीशस के समग्र विकास और सुरक्षा में सहायक बनेगा और दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास को और मजबूत करेगा।

3. व्यापार और निवेश के नए अवसर

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान मॉरीशस में भारत द्वारा किए गए विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन किया और भारत-मॉरीशस व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने मॉरीशस में भारतीय निवेश बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने का आश्वासन दिया। दोनों देशों ने व्यापार और निवेश क्षेत्र में नए अवसरों की पहचान करने के लिए कई योजनाओं पर चर्चा की। मोदी ने मॉरीशस के उद्यमियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि भारत की विकासशील अर्थव्यवस्था में उन के निवेश से लाभ हो सकता है।

मॉरीशस में भारत के समर्थन से कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जिनमें सड़कों, अस्पतालों और शिक्षा संस्थानों का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच कृषि, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।

4. सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध

मॉरीशस में भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ें हैं, और प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान भारतीय संस्कृति के महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा कि भारत और मॉरीशस का सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराना है। भारत ने हमेशा मॉरीशस को अपनी सांस्कृतिक धरोहर और समृद्ध इतिहास के संरक्षण में सहायता प्रदान की है। मोदी ने मॉरीशस में भारतीय संस्कृति, साहित्य, और कला के प्रोत्साहन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस में भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की यात्रा की, जिसमें प्रमुख हिन्दू मंदिरों का दौरा शामिल था। इन स्थलों का भारतीय संस्कृति के साथ गहरा संबंध है। उन्होंने विशेष रूप से 1826 में बने ‘गंगोत्री मंदिर’ का दौरा किया और वहां पूजा अर्चना की। इससे यह साबित होता है कि भारत के लिए मॉरीशस सिर्फ एक द्वीप राष्ट्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अटूट हिस्सा है।

5. भारतीय समुदाय के प्रति प्रधानमंत्री का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान मॉरीशस में भारतीय मूल के नागरिकों के साथ मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने हमेशा मॉरीशस की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने भारतीय प्रवासियों को अपने सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को संरक्षित करने की प्रेरणा दी। मोदी ने यह भी कहा कि भारत हमेशा अपने नागरिकों के हितों की रक्षा करेगा और उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

प्रधानमंत्री ने भारतीय मूल के मॉरीशस नागरिकों से अपील की कि वे भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने में अपनी भूमिका निभाएं। मोदी के इस संदेश ने मॉरीशस में भारतीय समुदाय के बीच जोश और उत्साह का संचार किया।

6. रक्षा और सुरक्षा सहयोग

प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान मॉरीशस के साथ रक्षा और सुरक्षा मामलों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष, और आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के पास अपने समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए साझा हित हैं और दोनों देशों के बीच यह सहयोग महत्वपूर्ण है।

भारत ने मॉरीशस को समुद्री सुरक्षा, ड्रोन टेक्नोलॉजी, और अन्य सुरक्षा उपकरणों के क्षेत्र में सहायता प्रदान करने का वचन दिया। इसके अलावा, दोनों देशों ने सुरक्षा संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान और आपसी सैन्य अभ्यासों पर भी सहमति जताई।

7. पर्यटन और कनेक्टिविटी

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच पर्यटन और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मॉरीशस में भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए भारत और मॉरीशस के बीच हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाने की आवश्यकता है। दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गईं, जिसमें पर्यटन से जुड़े क्षेत्र में समझौते और योजनाओं पर चर्चा की गई।

8. भारत-मॉरीशस के भविष्य की दिशा

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे ने यह साबित कर दिया कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि एक मजबूत मित्रता और साझेदारी पर आधारित हैं। दोनों देशों के बीच की साझेदारी केवल आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और मानवीय संबंधों पर भी आधारित है।

मॉरीशस के लोग भारतीय संस्कृति और मूल्यों को गहरे आदर और सम्मान के साथ मानते हैं, और इस यात्रा से यह संदेश गया कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते आने वाले वर्षों में और मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत और मॉरीशस को मिलकर पूरी दुनिया में शांति, समृद्धि और सहयोग के नए रास्ते खोलने होंगे।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉरीशस दौरा भारतीय कूटनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। यह दौरा दोनों देशों के बीच गहरे और मजबूत रिश्तों का प्रतीक है, जो न केवल आर्थिक और कूटनीतिक सहयोग में बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्व रखता है। इस यात्रा के जरिए भारत ने अपने मित्र देशों के साथ अपने संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया।

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