आरती कश्यप
भूमिका
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक विशेष पॉडकास्ट इंटरव्यू दिया, जिसने देशभर में काफी चर्चा बटोरी। इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा, सरकार की नीतियों, वैश्विक चुनौतियों, और भारत के भविष्य से जुड़ी अपनी दृष्टि पर खुलकर बात की। यह पॉडकास्ट न केवल डिजिटल माध्यम से आम जनता तक पहुंचने का एक अनूठा प्रयास था, बल्कि यह युवाओं और तकनीक-प्रेमियों के लिए भी प्रेरणादायक रहा।
पॉडकास्ट में प्रमुख विषय
1. आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक विकास
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि कैसे भारत वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि
“आज भारत न केवल अपने लिए बल्कि दुनिया के लिए भी उत्पादन कर रहा है। मेड इन इंडिया केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक क्रांति है।”
उन्होंने डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इकोसिस्टम और मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं के जरिए रोजगार सृजन और आर्थिक सुधारों पर भी जोर दिया।
2. युवाओं और तकनीक की भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की युवा शक्ति देश के विकास में सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने नई शिक्षा नीति (NEP) और कौशल विकास योजनाओं पर बात की।
उन्होंने कहा,
“युवाओं को रोजगार मांगने वाला नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनना होगा। स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी हमें आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रहे हैं।”
3. विदेश नीति और भारत की वैश्विक भूमिका
इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने भारत की विदेश नीति और वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत G20 अध्यक्षता के दौरान जलवायु परिवर्तन, वैश्विक व्यापार, और शांति स्थापित करने में एक मजबूत नेता के रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा:
“भारत आज केवल एक बाजार नहीं, बल्कि दुनिया का भरोसेमंद भागीदार बन रहा है।”
4. मोदी सरकार की नीतियां और लोक कल्याण
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे:
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
- उज्ज्वला योजना
- आयुष्मान भारत योजना
- जल जीवन मिशन
पर भी चर्चा की और बताया कि ये योजनाएं आम नागरिकों के जीवन को कैसे प्रभावित कर रही हैं।
5. पर्यावरण और सतत विकास
पीएम मोदी ने पर्यावरणीय मुद्दों पर बात करते हुए “मिशन लाइफ” (Lifestyle for Environment) की अवधारणा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की दिशा में काम कर रहा है।
पॉडकास्ट की खासियत
1. पारंपरिक मीडिया से अलग डिजिटल संवाद
यह इंटरव्यू पारंपरिक मीडिया के बजाय पॉडकास्ट के जरिए हुआ, जो आज के डिजिटल युग में जनता तक पहुंचने का नया तरीका है। इससे युवा वर्ग और तकनीकी प्रेमी लोग सीधे पीएम मोदी की सोच और दृष्टिकोण से जुड़ पाए।
2. अनौपचारिक और रोचक बातचीत
पॉडकास्ट का फॉर्मेट अनौपचारिक था, जिसमें पीएम मोदी ने रोचक किस्से और अनुभव साझा किए, जिससे यह इंटरव्यू अधिक प्रभावशाली बना।
3. आम जनता से जुड़ाव
प्रधानमंत्री ने इस पॉडकास्ट में सीधे जनता से संवाद करने की कोशिश की। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि व्यक्तिगत कहानियों और अनुभवों के जरिए समझाया।
जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
इस इंटरव्यू को जनता और विशेषज्ञों से मिश्रित प्रतिक्रिया मिली।
- युवाओं को यह नया तरीका पसंद आया और उन्होंने इसे “डिजिटल युग की राजनीति” कहा।
- राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे “जनता से जुड़ने की एक नई रणनीति” करार दिया।
- कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे “एकतरफा प्रचार” बताया, लेकिन समर्थकों ने इसे खुली बातचीत का बेहतरीन उदाहरण माना।
निष्कर्ष
पीएम मोदी का यह पॉडकास्ट इंटरव्यू भारतीय राजनीति में संवाद का एक नया आयाम जोड़ता है। यह न केवल डिजिटल युग में जनता तक पहुंचने का एक प्रभावी माध्यम है, बल्कि सरकार की नीतियों और दृष्टिकोण को सीधे आम नागरिकों तक पहुंचाने का नया तरीका भी है।
आने वाले समय में, क्या इस तरह के डिजिटल संवाद और पॉडकास्ट इंटरव्यू भारत की राजनीति में एक नई परंपरा स्थापित करेंगे? यह देखने योग्य होगा।




